सत्य क्या है
सत्य क्या है
कोई तो मुझे बताएं,
सत्य से मुझे मिलाएं।
सत्य क्या है ,सजन क्या है,
खुशी क्या है, गम क्या है।
दुनिया मुझे भ्रम लगी,
तेरी मेरी प्रीत भ्रम है।
दुनिया की रीत भ्रम है,
भ्रम टूटता देखा मैंने।
सपना छुट्ता देखा ,
वक्त के साथ ,
बदलता सब कुछ।
प्यार प्रीत का भ्रम टूटा,
सुंदर साथ जीवन से छूटा।
सत्य क्या है?
आवागमन कालचक्र बड़ा है,
हर कोई इस में फंसा है।
आना-जाना रीत यही है,
दुनिया की बस प्रीत यही है।
सत्य एक अनादि ईश्वर,
वह जगत पिता जगदीश्वर।
रचनाकार ✍️
मधु अरोरा
नंदिता राय
01-Oct-2022 09:44 PM
Nice
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Palak chopra
29-Sep-2022 10:23 PM
Bahut khoob 💐🙏🌺
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Raziya bano
29-Sep-2022 08:09 PM
Nice
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